Sunday, April 10, 2011

BIG BOSS VIKAS P SAMWATSARE

 BIG BOSS 

VIKAS PARSHURAM SAMWATSARE

 

Intraday Calls for Smart & Professional Traders

11/04/11

"Think big,think fast,think ahead. Ideas are no one's monopoly."

You must understand first... that MARKET IS SUPREME, accept this fact first and foremost; otherwise you will be completely wiped out in the future.

If you constantly believe and keep saying that .THESE ARE MY WORDS...MARKET WILL NEVER CROSS THESE LEVELS...MARKET WILL FALL UPTO THIS IN 2 DAYS... this a request, as markets have a very bad habit to teach a lesson to everyone who dare use phrases like those. Beware of these kinds of predictions.

Beware of these kinds of predictions...instead learn to take a twist n turn. As market changes its colors...you have to follow the markets, markets will NEVER EVER follow you. 

Daily review : 11 / 4 / 2011
Nifty (Spot) : If Nifty(spot) trade above 5850 then some upmove in the market upto 5875– 5900 – 5935 - 5950 and if Nifty(spot) trade below 5830 then some profit booking in the market upto 5800 – 5775 - 5750 - 5725

Nifty Future :  If trade above 5907 then some upmove upto 5963 , 5986 Or if trades below 5850 then some down trend upto 5794, 5771
TATAPOWER : Buy above 1323 SL 1314 Targets 1332 , 1339 Or if trades below 1307 Short TATAPOWER SL 1316 Targets 1298 , 1291

AXISBANK : Buy above 1455 SL 1446 Targets 1464 , 1471 Or if trades below 1440 Short AXISBANK SL 1448 Targets 1432, 1426



देश की 10 प्रमुख कंपनियों में से 6 के बाजार पूंजीकरण (मार्केट कैप) में पिछले सप्ताह संयुक्त
रूप से 16,103.97 करोड़ रुपए की वृद्धि दर्ज की गई है। इसमें सबसे ज्यादा लाभ में रहने वाली कंपनी सरकारी क्षेत्र की कंपनी कोल इंडिया रही।

संबंधित सप्ताह के दौरान कोल इंडिया लिमिटेड (सीआईएल) का बाजार पूंजीकरण 5,211 करोड़ रुपए बढ़कर 2,24,609.76 करोड़ रुपए रहा। सीआईएल के बाद देश के सबसे बड़े बैंक भारतीय स्टेट बैंक का बाजार पूंजीकरण 3,778.19 करोड़ रुपए बढ़कर 1,76,463.72 करोड़ रुपए रहा।

दो प्रमुख आईटी कंपनियों टीसीएस और इंफोसिस टेक्नोलाजीज का बाजार पूंजीकरण संयुक्त रूप से 3,487.11 करोड़ रुपए रहा। जहां टीसीएस का बाजार पूंजीकरण 2,33,865.83 करोड़ रुपए रहा, वहीं इंफोसिस का बाजार पूंजीकरण 1,85,272.11 करोड़ रुपए दर्ज किया गया।

इसी प्रकार, निजी क्षेत्र की दूरसंचार कंपनी भारती एयरटेल का बाजार पूंजीकरण 2,544.34 करोड़ रुपए बढ़कर 1,37,489.21 करोड़ रुपए रहा। जबकि एफएमसीजी कंपनी आईटीसी का बाजार पूंजीकरण 1,083.33 करोड़ रुपए बढ़कर.,42,458.42 करोड़ रुपए रहा। दूसरी ओर, रिलायंस इंडस्ट्रीज (आरआईएल), ओएनजीसी और एनटीपीसी जैसी कंपनियों के बाजार पूंजीकरण में गिरावट दर्ज की गई है।

निजी क्षेत्र की रिलायंस इंडस्ट्रीज का बाजार पूंजीकरण 3,603.76 कराड़ रुपए घटकर 3,35,288.24 करोड़ रुपए रहा। वहीं, ओएनजीसी का बाजार पूंजीकरण 3,764.41 करोड़ रुपए कम होकर 2,46,782.82 करोड़ रुपए पहुंच गया। बिजली उत्पादक कंपनी एनटीपीसी का बाजार पूंजीकरण 4,328.87 करोड़ रुपए घटकर 1,51,427.87 करोड़ रुपए हो गया। इसी प्रकार, आईसीआईसीआई बैंक का बाजार पूंजीकरण पिछले सप्ताह के कारोबार के दौरान 536.7 करोड़ रुपए घटकर 1,26,153.61 करोड़ रुपए रहा। बीते सप्ताह के दौरान बंबई शेयर बाजार का 30 शेयरों वाले सूचकांक में 31.06 अंक या 0.15 प्रतिशत की गरावट दर्ज की गई।






एनटीपीसी
सलाह : खरीदें
बाजार मूल्य : 189 रुपए
लक्ष्य मूल्य : 240 रुपए
हमारा मानना है कि वित्त वर्ष 2011-13 के दौरान कंपनी का मुनाफा 24 फीसदी के सीएजीआर के हिसाब से बढ़ेगा। वित्त वर्ष 2012-13 के दौरान एनटीपीसी की जो इकाइयां मार्च 2009 के बाद शुरू हुई हैं , उनका ऑपरेटिंग रेट केवल 82-85 फीसदी के बीच रहेगा। ऐसे में पुराने प्रोजेक्ट्स के मुकाबले इनका कुल आरओई ( रिटर्न ऑन इक्विटी ) कम रहेगा। कंपनी की एसीक्यू कोल उपलब्धता कॉन्ट्रैक्ट 90 फीसदी है।

बीजीआर एनर्जी
सलाह : खरीदें
बाजार मूल्य : 480 रुपए
लक्ष्य मूल्य : 784 रुपए
मजबूत बीओपी ( बैलेंस ऑफ प्लांट ) कॉन्ट्रैक्टर ने दो साल पहले पावर प्लांट ईपीसी कारोबार में एंट्री की है। कंपनी ऐसी मजबूत स्थिति में है , जहां वह देश में पावर प्लांट कॉन्ट्रैक्टर्स की बढ़ती कमी का पूरा फायदा उठा सकती है। कंपनी ने बॉयलर्स और टरबाइन जेनरेटर बनाने के लिए हिताची के साथ संयुक्त उपक्रम बनाया है , जो कि लंबी अवधि में कंपनी के लिए कारोबारी लिहाज से काफी फायदेमंद हो सकता है।

एलऐंडटी
सलाह : खरीदें
बाजार मूल्य : 1,660 रुपए
लक्ष्य मूल्य : 1,831 रुपए
साल 2007 के बाद से एलऐंडटी के एबिट्डा मार्जिन में करीब 200 बेसिस प्वाइंट का उछाल आया है। इसकी वजह कंपनी की मजबूत रेवन्यू ग्रोथ और बेहतर प्रॉडक्ट पोर्टफोलियो रहे। कंपनी की नेट वर्किंग कैपिटल वित्त वर्ष 2010 की बिक्री के मुकाबले 10 फीसदी सुधरी है , जबकि वित्त वर्ष 2009 में इसमें 14 फीसदी उछाल आया था। अगर भारत की कैपेक्स थीम को ध्यान में रखकर निवेश करना हो तो , एलऐंडटी एक बेहतर दांव है।

इंफोसिस
सलाह : खरीदें
बाजार मूल्य : 3,176.15 रुपए
लक्ष्य मूल्य : 3,664 रुपए
लंबी अवधि की मांग के माहौल में इंफोसिस पॉजिटिव बनी रहेगी। हालांकि , कंपनी ने वित्त वर्ष 2011 की चौथी तिमाही के गाइडेंस में सीजनैलिटी के कारण 1-2 फीसदी ग्रोथ की उम्मीद जताई है। हमारा मानना है कि वित्त वर्ष 2012 में इंफोसिस की यूएस डॉलर रेवन्यू ग्रोथ 18-20 फीसदी के बीच होगी। यह नैस्कॉम के इंडस्ट्री के लिए लगाए गए 16-18 फीसदी के ग्रोथ अनुमान से ज्यादा होगी।

श्री रेणुका शुगर्स
सलाह : खरीदें
बाजार मूल्य : 69.10 रुपए
लक्ष्य मूल्य : 119 रुपए
ग्लोबल शुगर इंडस्ट्री की रिकवरी का फायदा उठाने के लिए रेणुका शुगर्स सबसे बेहतर दांव है। चीनी और एथनॉल की बढ़ती कीमतों का फायदा सीधे इसके जरिए उठाया जा सकता है। मजबूत कैश फ्लो विजिबिलटी की मदद से कंपनी को खुद को डी लेवरेज करने में मदद मिलेगी। साथ ही लीवरेज से जुड़ी चिंताएं दूर करने में भी मदद मिलेगी। हमारा मानना है कि वित्त वर्ष 2010-2012 के दौरान कंपनी का रेवन्यू 19 फीसदी और मुनाफा 20 फीसदी के सीएजीआर के हिसाब से बढ़ेगा। 





कथाओं में भस्मासुर नामक एक राक्षस का जिक्र आता है, जिसने
भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए कड़ी तपस्या की। तपस्या से खुश होकर भगवान ने वरदान दिया कि वह जिसका सिर छू लेगा, वह व्यक्ति भस्म हो जाएगा। लेकिन भस्मासुर ने वरदान मिलने के बाद भगवान शिव का ही सिर छूने की कोशिश की।

भगवान शिव मदद मांगने भगवान विष्णु के पास पहुंचे। विष्णु ने तुरंत खूबसूरत नर्तकी मोहिनी का रूप धारण किया, जिसे देखकर भस्मासुर मोहित हो गया। मोहिनी ने उसे नृत्य के लिए प्रेरित किया और उसी दौरान भस्मासुर ने अपने सिर पर हाथ रखा और भस्म हो गया। अब कैसे इस पुरानी कहानी का ताल्लुक मेरे या आप जैसे आम आदमी से है?

महंगाई भी भस्मासुर की तरह खतरनाक है। जैसे शिव ने भस्मासुर को वरदान दिया, वैसा कौन है जो महंगाई को बढ़ने की ताकत दे रहा है? आप और मैं! महंगाई, कुछ वस्तुओं के लिए खर्च होने वाले ज्यादा पैसे का नतीजा है, जिससे आगे चलकर मांग और आपूर्ति में अंतर बढ़ जाता है। यह महंगाई हमारी परचेजिंग पावर को खाए जा रही है। इसलिए जो चीज आप आज 10,000 रुपए में खरीदते हैं, आने वाले समय में उसी के लिए आपको अपनी जेब से ज्यादा पैसे ढीले करने होंगे।

महंगाई निवेश से आपको मिलने वाले रिटर्न का बड़ा हिस्सा साफ कर देती है। मसलन, अगर आपको एफडी से 8 फीसदी रिटर्न मिल रहा है और मुद्रास्फीति दर भी 8 फीसदी है, तो सही मायने में आपको निवेश से कुछ नहीं मिल रहा। अब सवाल यह है कि कैसे हम महंगाई नामक भस्मासुर को परास्त कर सकते हैं? हमारे मामले में विष्णु उन कंपनियों के शेयर हो सकते हैं, जिन चीजों को हम खरीदते हैं। कैसे? आइए जानते हैं:

मान लीजिए आप किसी कंपनी का साबुन पसंद करते हैं और दूसरे कई लोग भी वही साबुन खरीदते हैं। यानी जितने ज्यादा लोग उस साबुन को खरीदेंगे, कंपनी का प्रॉफिट भी उतनी रफ्तार से बढ़ेगा। कंपनी अपने मुनाफे को डिविडेंड के रूप में शेयरधारकों के साथ बांटती है। यहां तक कि उस कंपनी का एक शेयर खरीदने पर भी कंपनी को हुए प्रॉफिट का एक हिस्सा आपको मिल सकता है।

मुद्रास्फीति दर 8 फीसदी के आस-पास बनी हुई है। वहीं, शेयरों ने लॉन्ग टर्म में 18-20 फीसदी का रिटर्न दिया है। अगर आप मुद्रास्फीति दर 6 फीसदी मानते हैं, 20 साल बाद जिस चीज की कीमत आज 10,000 रुपए है, वह 32,071 रुपए की हो जाएगी। अगर आप 10,000 रुपए की एफडी 8 फीसदी के रेट पर कराते हैं, तो 20 साल बाद यह रकम 46,610 रुपए हो जाएगी।

जरा रुकिए, आपके बैंक की तरफ भागने से पहले से पहले इस रिटर्न से जरा टैक्स काट लेने दीजिए। अगर आप 30 फीसदी के ऊपरी टैक्स ब्रैकेट में आते हैं तो 46,610 रुपए टैक्स घटाने के बाद 29,736 रुपए रह जाएगी। यानी महंगाई से उस रकम का मोल जो हुआ, उससे काफी कम।

अब अगर आप यही 10,000 रुपए इक्विटी में निवेश करते हैं तो आज से 20 साल बाद कम से कम 15 फीसदी के रिटर्न के हिसाब से यह 1.63 लाख रुपए हो जाएगी। ऐसे निवेश विकल्प ही महंगाई रूपी भस्मासुर का खात्मा करने में आपकी मदद करेंगे
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નિર્ધારિત સમયમર્યાદામાં સેવા શરૂ નહીં કરી શકવા બદલ ટેલિકોમ મંત્રાલય પાંચ રાજ્યોમાં આઈડિયા સેલ્યૂલર તેમજ સ્પાઈસના લાયસન્સ
રદ કરે તેવી શક્યતા છે.


ટેલિકોમ નિયમનકાર TRAI એ ટેલિકોમ વિભાગને કર્ણાટક તેમજ પંજાબ સર્કલમાં આઈડિયા સેલ્યૂલરના તેમજ મહારાષ્ટ્ર , હરિયાણા અને આંધ્રપ્રદેશમાં સ્પાઈસના લાયસન્સ રદ કરવાની ભલામણ કરી હતી.

રોલ આઉટ ઓબ્લિગેશનને લગતી કેટલીક શરતો અનુસાર તેમાં નિયમોનું ઉલ્લંઘન થયું હોવાથી આવી ભલામણ કરવામાં આવી હતી. 
 
 
 
PTC

ખરીદો
સીએમપીઃ રૂ. 93
ટાર્ગેટઃ રૂ. 101
સ્ટોપલોસઃ રૂ. 88

આ શેરમાં પ્રમાણમાં ઊંચા વોલ્યુમ પર દૈનિક ચાર્ટમાં બોટમ ટ્રાયન્ગલ ચાર્ટ પેટર્નમાંથી બ્રેકઆઉટ જોવા મળ્યો છે , જે ટૂંકા ગાળામાં વધવા તરફી વલણ પલટાનો નિર્દેશ કરે છે. મોમેન્ટમ ઓસિલેટર્સ વધવા તરફી છે અને નજીકના ગાળામાં કિંમતો વધીને તાજેતરની ટોચ રૂ. 101 ની આસપાસ જઇ શકે છે.

બલરામપુર ચીની

ખરીદો
સીએમપીઃ રૂ. 75.55
ટાર્ગેટઃ રૂ. 80
સ્ટોપલોસઃ રૂ. 73

આ શેરમાં વોલ્યુમ વધવા સાથે દૈનિક ચાર્ટમાં તેજીની ' ડાયમન્ડ બોટમ ' ચાર્ટ પેટર્નમાંથી બ્રેકઆઉટ જોવા મળ્યો છે. વળી , મોમેન્ટમ ઓસિલેટર્સ પણ કિંમત વધવા તરફી વલણની સાથે વધી રહ્યા છે , જે ઊછાળા તરફી વલણ પલટાનો નિર્દેશ કરે છે.

કર્ણાટક બેન્ક

ખરીદો
સીએમપીઃ રૂ. 118
ટાર્ગેટઃ રૂ. 128
સ્ટોપલોસઃ રૂ. 112

આ શેર તેની 21- દિવસની ઇએમએ અને 50- દિવસની એમએની ઉપર બંધ પછી વધવા તરફી બન્યો છે . વળી , દૈનિક ચાર્ટમાં મોમેન્ટમ ઓસિલેટર્સ પણ પોઝિટિવ ક્રોસઓવર દર્શાવે છે , જે સૂચવે છે નજીકના ગાળામાં કિંમત તેની તાજેતરની ટોચ રૂ . 128 ની આસપાસ આવી શકે છે .

લુપિન

વેચો
સીએમપીઃ રૂ . 406
ટાર્ગેટઃ રૂ . 380
સ્ટોપલોસઃ રૂ . 434

આ શેરમાં દૈનિક ચાર્ટમાં સિમેટ્રિકલ ટ્રાયન્ગલ પેટર્નમાંથી ઘટાડા તરફી બ્રેકઆઉટ જોવા મળ્યો છે , જે દર્શાવે છે કે વર્તમાન ઘટાડો ચાલુ રહી શકે છે . દૈનિક મોમેન્ટમ ઓસિલેટર્સ નેગેટિવ ક્રોસઓવર બતાવી રહ્યા છે . આ શેરને રૂ . 414 ની આસપાસની કિંમતે વેચી શકાય.

ABB

વેચો
સીએમપીઃ રૂ . 802
ટાર્ગેટઃ રૂ . 760
સ્ટોપલોસઃ રૂ . 827

આ શેરના મોમેન્ટમ ઇન્ડિકેટર્સમાં ઘટાડા તરફી તટસ્થ ચાલ જોવા મળી છે . ઉપરાંત , તેણે દૈનિક ચાર્ટમાં મંદીની કેન્ડલ સ્ટિક પેટર્ન બનાવવાનું શરૂ કર્યા પછી ઘટાડા તરફી રહીને અથડાતી ચાલ બતાવી છે . આ શેરને રૂ . 760 ના ટાર્ગેટ સાથે વેચી શકાય
ભારતીય શેરબજારોએ સપ્તાહમાં તંદુરસ્ત કરેક્શન
( ઘટાડો ) બતાવ્યું છે . કારણ કે એફઆઇઆઇ તરફથી આવતો નાણાપ્રવાહ ઘટી ગયો હતો અને લિબિયામાં નવી તંગદિલી પેદા થવાથી ક્રૂડ ઓઇલના ભાવમાં તીવ્ર ઉછાળો આવ્યો હતો .

વળી , ફુગાવો આરબીઆઇની સ્વીકાર્ય મર્યાદાની અંદર નથી અને તેથી કેન્દ્રીય બેન્ક તરફથી વ્યાજદરમાં વધુ વધારો થવાની ધારણા આપણે રાખી શકીએ . સતત વધતા જતા ફુગાવાના કારણે આર્થિક વૃદ્ધિ ધીમી પડવાની શક્યતા છે , કારણ કે દેશનાં આર્થિક પરિબળોમાં અસ્થિરતાના સંજોગોમાં રોકાણનું પ્રમાણ ઘટી જશે .

વળી , એવું તારણ કાઢવું ખોટું છે કે ફુગાવો ઊંચી વૃદ્ધિનો ભાગ છે એમ આરબીઆઇના ડેપ્યુટી ગવર્નર સુબીર ગોકર્ણે જણાવ્યું છે .

દરમિયાન , ચાઇનીઝ કેન્દ્રીય બેન્કે ફુગાવાને નિયંત્રણમાં લેવા ઓક્ટોબરથી અત્યાર સુધીમાં સતત ચોથીવાર વ્યાજદરમાં વધારો કર્યો હતો . ઉપરાંત , યુરોપિયન સેન્ટ્રલ બેન્ક ( ઇસીબી ) ફુગાવાને કાબૂમાં લેવા 2008 પછી પ્રથમવાર તેના વ્યાજદરમાં 25 બેસિસ પોઇન્ટનો વધારો કરવાની જાહેરાત કરી હતી .

આગામી સપ્તાહ મહત્ત્વનું બનશે , કેમ કે સર્વોચ્ચ અદાલતમાં ટુ - જી કૌભાંડને લગતી કાર્યવાહી થશે અને 13 એપ્રિલે અનેક નાટ્યાત્મક ઘટનાઓ બની શકે છે .

આવતા સપ્તાહમાં બજાર રેન્જ બાઉન્ડ ગતિ ( સાંકડી ચાલ ) બતાવે એવી શક્યતા છે અને અમે ધારીએ છીએ કે લાર્જ - કેપ કરતાં મિડ - કેપ શેરોમાં વધુ પ્રવૃત્તિ થશે .

આગામી સપ્તાહથી કંપનીઓના પરિણામની મોસમ શરૂ થશે . અમને લાગે છે કે માર્ચમાં પૂરા થયેલા ત્રિમાસિક ગાળામાં બેન્કિંગ સેક્ટરની કામગીરી અપેક્ષાથી ચડિયાતી રહેશે અને તેમાં એસબીઆઇ , આઇસીઆઇસીઆઇ બેન્ક અને એચડીએફસી બેન્ક અગ્રેસર રહેશે .

ઉપરાંત , સારી કામગીરી બતાવે એવા અન્ય ક્ષેત્રોમાં ટાટા મોટર્સ અને મહિન્દ્રા એન્ડ મહિન્દ્રાની આગેવાનીમાં ઓટોમોબાઇલ્સ , એલ એન્ડ ટી , ક્રોમ્પ્ટન ગ્રીવ્ઝ અને ભેલની આગેવાનીમાં કેપિટલ ગૂડ્ઝ , ટીસીએસ અને ઇન્ફોસિસની આગેવાનીમાં ટેક્નોલોજી અને ઓઇલ એન્ડ ગેસનો સમાવેશ થાય છે . ઉપરાંત , ઓબેરોય રિયલ્ટીની આગેવાનીમાં કન્સ્ટ્રક્શન ક્ષેત્રની કામગીરી પણ સારી રહેવાની શક્યતા છે .

બીજી બાજુ , ઊંચા બેઝ કેસના લીધે ફાર્માસ્યુટિકલ્સની કામગીરી ધીમી પડવાનો સંભવ છે . તે પછી ટેલિકોમ અને મેટલ્સ પણ કામગીરીમાં પાછળ રહેશે . જોકે , આપણે સાવચેતીનો અભિગમ રાખવો જોઈએ . કારણ કે વધતા જતા વ્યાજદરો નાણાકીય વર્ષ 2012 ના પ્રથમ ક્વાર્ટરમાં પીએટી માર્જિન્સને અસર કરશે .

નિફ્ટીને 5,750 ના સ્તરો પાસે મહત્ત્વનો ટેકો છે અને ત્યાંથી બજાર ટેકો લઈને ઉપર વધવાની શક્યતા છે . ઉપર તેને 5,970 પર અવરોધ લાગશે . નિફ્ટી એપ્રિલની સિરીઝ 6,000 ની ઉપરની સપાટી પર પૂરી કરે તો નવાઈ નહીં .


VIKAS PARSHURAM SAMWATSARE 2011/APRIL

 

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