अंडा, मीट, मछली और फल-सब्जियों के दाम एक सप्ताह पहले की तुलना में कुछ नीचे आने के बाद गत
19 मार्च को समाप्त सप्ताह में खाद्य मुद्रास्फीति 10.05 प्रतिशत से घटकर फिर इकाई अंक में 9.5 % पर आ गई।
इससे पहले दो सप्ताह तक दस % से नीचे रहने के बाद 12 मार्च को समाप्त सप्ताह में फिर दहाई अंक में चली गई थी। सप्ताह दर सप्ताह आलोच्य सप्ताह में खाद्य वस्तुओं के थोक बाजार में कुल मिला कर नरमी देखी गई पर अभी कई खाद्य वस्तुओं के दाम एक साल पहले की तुलना में अभी ऊपर हैं। आलोच्य समाप्त सप्ताह में खाद्य मुद्रास्फीति एक सप्ताह पहले के मुकाबले आधा प्रतिशत अंक नीचे खिसककर 9.5 प्रतिशत रह गई।
खाद्य वस्तुओं का समूह सूचकांक आलोच्य सप्ताह में 0.5 प्रतिशत घटकर 178.7 अंक (अनंतिम) दर्ज किया गया। इस दौरान अंडे का दाम एक सप्ताह पहले की तुलना में तीन प्रतिशत, मसाले और समुद्री मछली प्रत्येक के दाम दो प्रतिशत और गेहूं, मटन, फल एवं सब्जियां, अरहर और चाय प्रत्येक एक प्रतिशत सस्ते हो गए। हालांकि, इसी समूह में रागी, उड़द और मक्का प्रत्येक दो प्रतिशत महंगे भी हो गए। बाजरा और पॉल्ट्री चिकन प्रत्येक के दाम एक प्रतिशत ऊंचे रहे।
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शेयर मार्केट में जिस तरह का उतार-चढ़ाव चल रहा है, उसे
लेकर सरकार परेशान है। यही कारण है कि वह सरकारी कंपनियों का विनिवेश सारी परिस्थितियों का आकलन करने के बाद करना चाहती है। इस रणनीति के तहत उसने विनिवेश नीति में कुछ बदलाव किया है।
सूत्रों के अनुसार, सरकार बड़ी कंपनियों, जिनमें तेल और स्टील सेक्टर की कंपनियां शामिल हैं, के विनिवेश को लेकर सबसे चिंतित हैं। उसको यह चिंता सता रही है कि जिन मार्केट दामों पर वह इन कंपनियों के शेयर बेचना चाहती है, उसको कहीं वह दाम न मिले। यही कारण है कि उसने विनिवेश नीति में कुछ बदलाव किया है। इस बदलाव के तहत अप्रैल में बड़ी सरकारी कंपनियों का विनिवेश नहीं किया जाएगा। विनिवेश के लिए जून या जुलाई तक का इंतजार किया जाएगा।
इसके अलावा बड़ी कंपनियों के विनिवेश को चरणों में किया जाएगा। एक बार में किसी भी कंपनी की पांच पर्सेंट से ज्यादा की हिस्सेदारी नहीं बेची जाएगी। अगर किसी कंपनी के 10 पर्सेंट या उससे अधिक की हिस्सेदारी को बेचना है, तो उसे दो चरणों में बेचा जाएगा।
वित्त मंत्रालय के अधिकारियों का कहना है कि इस साल हमने विनिवेश के जरिए 40 हजार करोड़ रुपये उगाहने का लक्ष्य तय किया है। इस लक्ष्य को पाने के लिए यह जरूरी है कि शेयर मार्केट में माहौल ठीक रहे। कंपनियों के शेयरों के दाम सही मिलें। ऐसा तभी संभव हो पाएगा, जब सही वक्त पर कंपनियों की हिस्सेदारी को बेचा जाए।
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मुथूट फिनकॉर्प ने हाउसिंग फाइनैंस सेगमेंट में उतरने की घोषणा की है और उसे नैशनल हाउसिंग
बैंक (एनएचबी) से लाइसेंस मिल गया है। मुथूट फिनकॉर्प केरल के मुथूट पेपाचान ग्रुप की प्रमुख कंपनी है। ग्रुप के कार्यकारी निदेशक थॉमस मुथूट ने बताया कि यह कदम दीर्घकालिक विस्तार कार्ययोजना के तहत उठाया गया है। उन्होंने कहा कि निम्न आय वर्ग में हाउसिंग फाइनैंस बाजार की व्यापक संभावनाएं मौजूद हैं।
उन्होंने बताया कि हाउसिंग फाइनैंस कारोबार का काम मुथूट हाउसिंग फाइनैंस लिमिटेड करेगी, जो मुथूट फिनकॉर्प की सहयोगी होगी। ग्रुप अगले दो साल में इस नई कंपनी में 100 करोड़ रुपए के निवेश का लक्ष्य लेकर चल रहा है। उन्होंने बताया कि कंपनी 3-10 लाख रुपए का कर्ज चाहने वाले उन लोगों पर ध्यान केंद्रित करेगी, जिनकी मासिक आय 10,000-30,000 रुपए है। शुरू में ग्रुप बड़े शहरी केंदों में 25 शाखा कार्यालय खोलेगा। कंपनी ने दिसंबर 2012 तक 125 करोड़ रुपए का कर्ज बांटने का लक्ष्य रखा है। उन्होंने कहा कि कंपनी प्रतिस्पर्धी दरों पर कर्ज मुहैया कराएगी।
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एनटीपीसी
सलाह : खरीदें
बाजार मूल्य : 189 रुपए
लक्ष्य मूल्य : 240 रुपए
हमारा मानना है कि वित्त वर्ष 2011-13 के दौरान कंपनी का मुनाफा 24 फीसदी के सीएजीआर के हिसाब से बढ़ेगा। वित्त वर्ष 2012-13 के दौरान एनटीपीसी की जो इकाइयां मार्च 2009 के बाद शुरू हुई हैं , उनका ऑपरेटिंग रेट केवल 82-85 फीसदी के बीच रहेगा। ऐसे में पुराने प्रोजेक्ट्स के मुकाबले इनका कुल आरओई ( रिटर्न ऑन इक्विटी ) कम रहेगा। कंपनी की एसीक्यू कोल उपलब्धता कॉन्ट्रैक्ट 90 फीसदी है।
बीजीआर एनर्जी
सलाह : खरीदें
बाजार मूल्य : 480 रुपए
लक्ष्य मूल्य : 784 रुपए
मजबूत बीओपी ( बैलेंस ऑफ प्लांट ) कॉन्ट्रैक्टर ने दो साल पहले पावर प्लांट ईपीसी कारोबार में एंट्री की है। कंपनी ऐसी मजबूत स्थिति में है , जहां वह देश में पावर प्लांट कॉन्ट्रैक्टर्स की बढ़ती कमी का पूरा फायदा उठा सकती है। कंपनी ने बॉयलर्स और टरबाइन जेनरेटर बनाने के लिए हिताची के साथ संयुक्त उपक्रम बनाया है , जो कि लंबी अवधि में कंपनी के लिए कारोबारी लिहाज से काफी फायदेमंद हो सकता है।
एलऐंडटी
सलाह : खरीदें
बाजार मूल्य : 1,660 रुपए
लक्ष्य मूल्य : 1,831 रुपए
साल 2007 के बाद से एलऐंडटी के एबिट्डा मार्जिन में करीब 200 बेसिस प्वाइंट का उछाल आया है। इसकी वजह कंपनी की मजबूत रेवन्यू ग्रोथ और बेहतर प्रॉडक्ट पोर्टफोलियो रहे। कंपनी की नेट वर्किंग कैपिटल वित्त वर्ष 2010 की बिक्री के मुकाबले 10 फीसदी सुधरी है , जबकि वित्त वर्ष 2009 में इसमें 14 फीसदी उछाल आया था। अगर भारत की कैपेक्स थीम को ध्यान में रखकर निवेश करना हो तो , एलऐंडटी एक बेहतर दांव है।
इंफोसिस
सलाह : खरीदें
बाजार मूल्य : 3,176.15 रुपए
लक्ष्य मूल्य : 3,664 रुपए
लंबी अवधि की मांग के माहौल में इंफोसिस पॉजिटिव बनी रहेगी। हालांकि , कंपनी ने वित्त वर्ष 2011 की चौथी तिमाही के गाइडेंस में सीजनैलिटी के कारण 1-2 फीसदी ग्रोथ की उम्मीद जताई है। हमारा मानना है कि वित्त वर्ष 2012 में इंफोसिस की यूएस डॉलर रेवन्यू ग्रोथ 18-20 फीसदी के बीच होगी। यह नैस्कॉम के इंडस्ट्री के लिए लगाए गए 16-18 फीसदी के ग्रोथ अनुमान से ज्यादा होगी।
श्री रेणुका शुगर्स
सलाह : खरीदें
बाजार मूल्य : 69.10 रुपए
लक्ष्य मूल्य : 119 रुपए
ग्लोबल शुगर इंडस्ट्री की रिकवरी का फायदा उठाने के लिए रेणुका शुगर्स सबसे बेहतर दांव है। चीनी और एथनॉल की बढ़ती कीमतों का फायदा सीधे इसके जरिए उठाया जा सकता है। मजबूत कैश फ्लो विजिबिलटी की मदद से कंपनी को खुद को डी लेवरेज करने में मदद मिलेगी। साथ ही लीवरेज से जुड़ी चिंताएं दूर करने में भी मदद मिलेगी। हमारा मानना है कि वित्त वर्ष 2010-2012 के दौरान कंपनी का रेवन्यू 19 फीसदी और मुनाफा 20 फीसदी के सीएजीआर के हिसाब से बढ़ेगा।
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इससे पहले दो सप्ताह तक दस % से नीचे रहने के बाद 12 मार्च को समाप्त सप्ताह में फिर दहाई अंक में चली गई थी। सप्ताह दर सप्ताह आलोच्य सप्ताह में खाद्य वस्तुओं के थोक बाजार में कुल मिला कर नरमी देखी गई पर अभी कई खाद्य वस्तुओं के दाम एक साल पहले की तुलना में अभी ऊपर हैं। आलोच्य समाप्त सप्ताह में खाद्य मुद्रास्फीति एक सप्ताह पहले के मुकाबले आधा प्रतिशत अंक नीचे खिसककर 9.5 प्रतिशत रह गई।
खाद्य वस्तुओं का समूह सूचकांक आलोच्य सप्ताह में 0.5 प्रतिशत घटकर 178.7 अंक (अनंतिम) दर्ज किया गया। इस दौरान अंडे का दाम एक सप्ताह पहले की तुलना में तीन प्रतिशत, मसाले और समुद्री मछली प्रत्येक के दाम दो प्रतिशत और गेहूं, मटन, फल एवं सब्जियां, अरहर और चाय प्रत्येक एक प्रतिशत सस्ते हो गए। हालांकि, इसी समूह में रागी, उड़द और मक्का प्रत्येक दो प्रतिशत महंगे भी हो गए। बाजरा और पॉल्ट्री चिकन प्रत्येक के दाम एक प्रतिशत ऊंचे रहे।
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शेयर मार्केट में जिस तरह का उतार-चढ़ाव चल रहा है, उसे
सूत्रों के अनुसार, सरकार बड़ी कंपनियों, जिनमें तेल और स्टील सेक्टर की कंपनियां शामिल हैं, के विनिवेश को लेकर सबसे चिंतित हैं। उसको यह चिंता सता रही है कि जिन मार्केट दामों पर वह इन कंपनियों के शेयर बेचना चाहती है, उसको कहीं वह दाम न मिले। यही कारण है कि उसने विनिवेश नीति में कुछ बदलाव किया है। इस बदलाव के तहत अप्रैल में बड़ी सरकारी कंपनियों का विनिवेश नहीं किया जाएगा। विनिवेश के लिए जून या जुलाई तक का इंतजार किया जाएगा।
इसके अलावा बड़ी कंपनियों के विनिवेश को चरणों में किया जाएगा। एक बार में किसी भी कंपनी की पांच पर्सेंट से ज्यादा की हिस्सेदारी नहीं बेची जाएगी। अगर किसी कंपनी के 10 पर्सेंट या उससे अधिक की हिस्सेदारी को बेचना है, तो उसे दो चरणों में बेचा जाएगा।
वित्त मंत्रालय के अधिकारियों का कहना है कि इस साल हमने विनिवेश के जरिए 40 हजार करोड़ रुपये उगाहने का लक्ष्य तय किया है। इस लक्ष्य को पाने के लिए यह जरूरी है कि शेयर मार्केट में माहौल ठीक रहे। कंपनियों के शेयरों के दाम सही मिलें। ऐसा तभी संभव हो पाएगा, जब सही वक्त पर कंपनियों की हिस्सेदारी को बेचा जाए।
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मुथूट फिनकॉर्प ने हाउसिंग फाइनैंस सेगमेंट में उतरने की घोषणा की है और उसे नैशनल हाउसिंग
उन्होंने बताया कि हाउसिंग फाइनैंस कारोबार का काम मुथूट हाउसिंग फाइनैंस लिमिटेड करेगी, जो मुथूट फिनकॉर्प की सहयोगी होगी। ग्रुप अगले दो साल में इस नई कंपनी में 100 करोड़ रुपए के निवेश का लक्ष्य लेकर चल रहा है। उन्होंने बताया कि कंपनी 3-10 लाख रुपए का कर्ज चाहने वाले उन लोगों पर ध्यान केंद्रित करेगी, जिनकी मासिक आय 10,000-30,000 रुपए है। शुरू में ग्रुप बड़े शहरी केंदों में 25 शाखा कार्यालय खोलेगा। कंपनी ने दिसंबर 2012 तक 125 करोड़ रुपए का कर्ज बांटने का लक्ष्य रखा है। उन्होंने कहा कि कंपनी प्रतिस्पर्धी दरों पर कर्ज मुहैया कराएगी।
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एनटीपीसी
सलाह : खरीदें
बाजार मूल्य : 189 रुपए
लक्ष्य मूल्य : 240 रुपए
हमारा मानना है कि वित्त वर्ष 2011-13 के दौरान कंपनी का मुनाफा 24 फीसदी के सीएजीआर के हिसाब से बढ़ेगा। वित्त वर्ष 2012-13 के दौरान एनटीपीसी की जो इकाइयां मार्च 2009 के बाद शुरू हुई हैं , उनका ऑपरेटिंग रेट केवल 82-85 फीसदी के बीच रहेगा। ऐसे में पुराने प्रोजेक्ट्स के मुकाबले इनका कुल आरओई ( रिटर्न ऑन इक्विटी ) कम रहेगा। कंपनी की एसीक्यू कोल उपलब्धता कॉन्ट्रैक्ट 90 फीसदी है।
बीजीआर एनर्जी
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बाजार मूल्य : 480 रुपए
लक्ष्य मूल्य : 784 रुपए
मजबूत बीओपी ( बैलेंस ऑफ प्लांट ) कॉन्ट्रैक्टर ने दो साल पहले पावर प्लांट ईपीसी कारोबार में एंट्री की है। कंपनी ऐसी मजबूत स्थिति में है , जहां वह देश में पावर प्लांट कॉन्ट्रैक्टर्स की बढ़ती कमी का पूरा फायदा उठा सकती है। कंपनी ने बॉयलर्स और टरबाइन जेनरेटर बनाने के लिए हिताची के साथ संयुक्त उपक्रम बनाया है , जो कि लंबी अवधि में कंपनी के लिए कारोबारी लिहाज से काफी फायदेमंद हो सकता है।
एलऐंडटी
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बाजार मूल्य : 1,660 रुपए
लक्ष्य मूल्य : 1,831 रुपए
साल 2007 के बाद से एलऐंडटी के एबिट्डा मार्जिन में करीब 200 बेसिस प्वाइंट का उछाल आया है। इसकी वजह कंपनी की मजबूत रेवन्यू ग्रोथ और बेहतर प्रॉडक्ट पोर्टफोलियो रहे। कंपनी की नेट वर्किंग कैपिटल वित्त वर्ष 2010 की बिक्री के मुकाबले 10 फीसदी सुधरी है , जबकि वित्त वर्ष 2009 में इसमें 14 फीसदी उछाल आया था। अगर भारत की कैपेक्स थीम को ध्यान में रखकर निवेश करना हो तो , एलऐंडटी एक बेहतर दांव है।
इंफोसिस
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बाजार मूल्य : 3,176.15 रुपए
लक्ष्य मूल्य : 3,664 रुपए
लंबी अवधि की मांग के माहौल में इंफोसिस पॉजिटिव बनी रहेगी। हालांकि , कंपनी ने वित्त वर्ष 2011 की चौथी तिमाही के गाइडेंस में सीजनैलिटी के कारण 1-2 फीसदी ग्रोथ की उम्मीद जताई है। हमारा मानना है कि वित्त वर्ष 2012 में इंफोसिस की यूएस डॉलर रेवन्यू ग्रोथ 18-20 फीसदी के बीच होगी। यह नैस्कॉम के इंडस्ट्री के लिए लगाए गए 16-18 फीसदी के ग्रोथ अनुमान से ज्यादा होगी।
श्री रेणुका शुगर्स
सलाह : खरीदें
बाजार मूल्य : 69.10 रुपए
लक्ष्य मूल्य : 119 रुपए
ग्लोबल शुगर इंडस्ट्री की रिकवरी का फायदा उठाने के लिए रेणुका शुगर्स सबसे बेहतर दांव है। चीनी और एथनॉल की बढ़ती कीमतों का फायदा सीधे इसके जरिए उठाया जा सकता है। मजबूत कैश फ्लो विजिबिलटी की मदद से कंपनी को खुद को डी लेवरेज करने में मदद मिलेगी। साथ ही लीवरेज से जुड़ी चिंताएं दूर करने में भी मदद मिलेगी। हमारा मानना है कि वित्त वर्ष 2010-2012 के दौरान कंपनी का रेवन्यू 19 फीसदी और मुनाफा 20 फीसदी के सीएजीआर के हिसाब से बढ़ेगा।
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आईसीआईसीआई डायरेक्ट.कॉम महिंद्रा एंड महिंद्रा सलाह: खरीदें बाजार मूल्य: 687 लक्ष्य मूल्य: 741 एमएंडएम देश की अग्रणी ऑटोमोटिव ओईएम कंपनी है। 43 फीसदी हिस्सेदारी के साथ ट्रैक्टर बाजार में मार्केट लीडर है। सांगयोंग के अधिग्रहण से इसे विदेशी बाजार में प्रवेश मिलेगा। वित्त वर्ष 2010-12 में आमदनी 21 फीसदी और मुनाफा 14 फीसदी सीएजीआर से बढ़ सकता है। सिटी यूनियन बैंक बाजार मूल्य: 45 लक्ष्य मूल्य: 52 सिटी यूनियन बैंक दक्षिण भारत का छोटे आकार का बैंक है। इसमें 44 रुपए के बाजार भाव पर वित्त वर्ष 2013 के एडजस्टेड बुक वैल्यू के 1.2 गुना पर कारोबार हो रहा है। इसका रिटर्न ऑन असेट 1.4 फीसदी और रिटर्न ऑन इक्विटी 20 फीसदी के स्तर पर बने रह सकते हैं। जीवीके पावर बाजार मूल्य: 26 लक्ष्य मूल्य: 35 एयरपोर्ट्स इकनॉमिक रेगुलेटरी अथॉरिटी के दिशा-निर्देशों के अलावा गैस की सप्लाई में अनिश्चितता और मर्चेंट पावर सेल पर अदालती आदेश से शेयर तीन महीने में 35 फीसदी गिर चुके हैं। इसमें वित्त वर्ष 2012 के पी/बीवी के 1.2 गुना के आकर्षक स्तर पर कारोबार हो रहा है। आधुनिक मेटालिक्स बाजार मूल्य: 90 लक्ष्य मूल्य: 109 लौह अयस्क की कैप्टिव खानों में खनन शुरू होने से मार्जिन बेहतर हो सकता है। कंपनी ओएमएमएल में खनन गतिविधियां बढ़ा रही है। इसका 540 मेगावाट का पावर प्लांट मार्च 2012 तक शुरू हो सकता है। शेयर वित्त वर्ष 2012 के 4 कंसॉलिडेटेड ईवी/इबिट्डा पर मिल रहे हैं। बिड़ला कॉरपोरेशन बाजार मूल्य: 331 लक्ष्य मूल्य: 343 बिड़ला कॉर्प वित्त वर्ष 2012 तक सीमेंट उत्पादन क्षमता 18 लाख टन बढ़ाकर 93 लाख टन सालाना करेगी। क्षमता के अधिक इस्तेमाल से ज्यादा कीमत और वॉल्यूम में बढ़ोतरी का फायदा मिलेगा। ठोस बैलेंसशीट पर वित्त वर्ष 2013 में 444 करोड़ रुपए का नेट कैश हासिल हो सकता है। | |||||
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રોમ્પ્ટન ગ્રીવ્ઝ ખરીદો સીએમપીઃ 272.80 ટાર્ગેટઃ રૂ. 300 સ્ટોપલોસઃ રૂ. 263 આ શેરે દૈનિક ચાર્ટમાં ઇન્વર્ટેડ હેડ એન્ડ શોલ્ડર્સ રચના બનાવી છે અને તેણે સારા વોલ્યુમ સાથે બ્રેકઆઉટ આપ્યો છે. ટૂંકા ગાળામાં આ શેર ખરીદી આવવા સાથે વધુ વધી શકે છે. આ શેરને રૂ. 268-272 વચ્ચે ખરીદી શકાય , જેમાં રૂ. 263 પર સ્ટોપલોસ રાખવો. ડો. રેડ્ડીઝ ખરીદો સીએમપીઃ 1,598.40 ટાર્ગેટઃ રૂ. 1,700 સ્ટોપલોસઃ રૂ. 1,540 આ શેર વોલ્યુમમાં સુધારો થવા સાથે ડાઉન ટ્રેન્ડલાઇનને તોડીને ઉપર આવ્યો છે. તાજેતરના ભૂતકાળમાં તે ટૂંકા ગાળામાં બેવાર 200- ડીએમએની સપાટીને અડ્યો હતો અને તેમાં વધુ વધારો જોવા મળી શકે છે. આ શેરેને રૂ. 1,700 ના ટાર્ગેટ માટે રૂ. 1,580-1,590 વચ્ચે ખરીદો. ફેડરલ બેન્ક ખરીદો સીએમપીઃ 400.15 ટાર્ગેટઃ રૂ. 434 સ્ટોપલોસઃ રૂ. 385 આ શેર અપચેનલમાં ટ્રેડ કરે છે અને તેણે સારા વોલ્યુમ સાથે 2 માસની કોન્સોલિડેશન રેન્જ તોડી છે . સાપ્તાહિક ચાર્ટમાં તે સોસર પેટર્ન બનાવી રહ્યો છે , જે ટૂંકા ગાળા માટે તેજીનું વલણ છે . રૂ . 393-397 ની રેન્જમાં શેર ખરીદો . ઓપ્ટો સર્કિટ્સ ખરીદો સીએમપીઃ 279.35 ટાર્ગેટઃ રૂ . 310 સ્ટોપલોસઃ રૂ . 265 |
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